कैसी रही Sanju की Sixer ? Sanju Movie review in hindi
* कहा जाता है की कोई film देख के आप Theatre से बाहर निकलो और वह film आपके दिमाग में पर 2-3 दिन राज करती रहे, वह उस फिल्म की सबसे बड़ी सफलता होती है। संजू ऐसी ही Bollywood की कुछ गिनी चुनी फिल्मो में से एक है। यह फिल्म देख कर आपके ज़ेहन में दो तीन सवाल ऐसे ही गरबा खेलते रहते है। पेहला तो यह की आज लोगो को जिसकी लत लग चुकी है वह Media ( Social Media हो या Electronic News Media या फिर अख़बार ) पर हम कितना भरोसा कर सकते है। अपनी TRP के लिए कुछ भी दिखाना और कुछ भी छापना वह आज आम बात हो चुकी है। हालाकि भारत सरकार ने अभी तक इन मसाला खबरों के व्यापारिओं पर कुछ सख्त नियम नहीं बनाये है वह दुःख की बात है। फिल्म में एक अच्छा Dialogue भी है इस के लिए। संजय अपने घर उनको मिलने आई अपनी किताब की लेखिका से कहते है, " Media तो मेरे घर निचे ही खड़ा रहता है, अगर आप Doctor होती तो वह ऐसा छापते की संजय बीमार है, अगर आप Actress होती तो वह ऐसा छापते की आप का और मेरा Affair चल रहा है।"
* दूसरा सवाल यह है की क्या हमारी जनता की रिसर्च और एनालिसिस करने की क्षमता संपूर्ण तोर पर मृत हो चुकी है। बिना कुछ समजे सोचे जैसे संजय दत्त के साथ हुआ वैसे कुछ भी सच जाने बिना Media कहे या फिर कोई कहे उसकी बाते मान लेना कितना सही है?
* समाज के सुलगते प्रश्नो को अपने अलग ही अंदाज से हस्ते हस्ते Audience के सामने रखना राजू हिरानी का पुराना Style रहा है। Munnabhai M.B.B.S. से लेकर Pk तक की फिल्मे इस बात की गवाही देती है। इन सब के बिच एक सवाल यह भी उठता है की राजू हिरानी ने सलमान और शाहरुख़ की Biopic बनाने के बजाये संजय दत्त जैसे थोड़े कम स्टारडम वाले Actor की Biopic क्यों बनाई? दर असल संजय दत्त का जीवन भी Steve Jobs के जीवन जेसे ही एकदम Roller Coster Ride जैसा रहा है जिसमे इतने उतर चढ़ाव है की आम आदमी कल्पना भी नहीं कर सकता। उनके बाबजूद भी संजय दत्त आज तक अपने जीवन में टीके रहे और लड़ते रहे वही अपने आप में एक बड़ी बात है।Steve Jobs के सन्दर्भ में भी यही बात लागू होती है की उस वक्त दुनिया का सबसे अमीर आदमी तो Bill Gets था तो फिर Steve Jobs को Genius क्यों बोले जाता रहा। क्यों की उनका जीवन भी संजय दत्त की तराह इतने उतर चढ़ावो से भरा था फिर भी वह टीके रहे और लड़ते रहे, क्या यह बात आम आदमी को खास आदमी बनाने के लिए काफी नहीं है? संजय दत्त जो की अपने करियर में शुरू होने से पहले ही ख़तम हो रहे थे, उनकी मा का दिहंत, ड्रग्स की लत, उनके Affairs, एक प्यारा और सच्चा दोस्त, जीवन की सभी परेशानियों से अकेले लड़ने वाले शेर दिल पिता और एक रहिस एवं बिगड़े ( लेकिन प्रतिभावान ) लड़के के बनते बिखरते संबंध, Terrerist होने का इलज़ाम इन सभी घटनाओ को राजू हिरानी ने बखूबी तराह से अपने बेहतरीन Story Telling से दर्शको तक पहुंचाया है। And आखिर में रनवीर और विकी कौशल, मशालाह क्या Acting है! ऐसा लगता है की रनवीर ने अपने आप को इस फिल्म के एक्टर के तोर पर निचोड़ लिया है। आप सायद ऐसा सोच रहे हो की मेने title मे "sixer" क्यू रखा तो ईसके बारे मे झ्यादा सोचीये मत, जाईए फिल्म दखीये यह जवाब आपको वही मीलेगा । Must Watch
Acting : #####
Direction : ####
Music : # #
Screenpaly :####
Writing : #####
Boring rate : 0 (is low to high in relative 0-10)
Superb..Eduction..bro.������☺
ReplyDeleteI think.. u r.author in future..��
Oho thanks :-D
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