राम मंदिर के निर्माण से आपको क्या फायदा है ? क्या आपकी जीवन सैली में ज़रा सा भी बदलाव लाएगा राम मंदिर?
- 6 दिसंबर का दिन था 1993 का साल चल रहा था । अपनी पार्टी के गृह मंत्री रहे L K Advani अपनी कार में कुछ सुरक्षा कर्मिओ के साथ सफर कर रहे थे। अपना सफर पूरा होने से पहले ही कुछ पुलिस कर्मचारीओ ने अडवाणी की कार को बिच में ही रोक लिया गया और आडवाणी को जेल ले जाया गया । अडवाणी को अगवा करने का परिणाम एक उग्र विरोद्ध और दंगो फसाद में बदल जायेगा यह सायद ही तत्कालीन सरकर ने सोचा था । विश्व हिन्दू परिसद और RSS दूसरी और बीजेपी और तीसरी और विश्व हिन्दू परिसद ने सभी ने मिल कर 1980 में राम मंदिर निर्माण का प्रथम विचार जनता के सामने रखा था । 1993 में 6 दिसम्बर को यह प्रथम रैली थी जो अडवाणी सम्बोधित करने वाले थे ।
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6 दिसंबर की ऐतिहासिक तस्वीर Image Courtesy : India Today |
लाल कृष्णा अडवाणी की गिरफ़्तारी की वजह से संभावित रैली की सभी भीड़ ने उग्र स्वरूप ले लिया। सालो से चल रहे बाबरी मज़ीद और राम मंदिर के विवाद का फैसला खुद लेने के लिए विश्व हिन्दू परिसद के कुछ लोग बाबरी मज़ीद के गुम्बज पर चढ़े और मिट्टी और चुने से बनी मज़्जिद को गिराने में ज़्यादा वक्त नहीं लगा। कम सुरक्षा बल की वजह से प्रशासन भी इन लोगो को रोकने में नाकाम रहा । यह पूरी घटना में कुल मिला कर 68 लोगो को दोषी करार दिया गया और सभी को गिरफ्तार किया गया ।
- ओशो कहते थे की धर्म जितना जन संहार पृथ्वी पर कोई युद्ध भी नहीं कर पाया है । यह घटना के बाद पुरे देश में जो दंगे फसाद हुए उसमे कुल मिला कर 2000 लोगो की जान गई जिसमे हिन्दू और मुसलमान दोनों शामिल थे । जिसकी बुद्धिमत्ता ज़रा सी भी ज़िंदा है और अभी तक कोई धर्म की जीनके दिमाग में परत नहीं चढ़ी है उनके ज़हन में यह सवाल जरूर आता है की क्या मज़्जिद और मंदिर इतने भी ज़रूरी है की लोगो का मरना भी उनके लिए सहज है ?
- विवादीद तौर पे राम मंदिर दुनिया का सबसे विवादीद मंदिर होगा जिसके लिए इतने सारे लोगो ने जान गवाई है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले की बात करे तो स्वाभाविक तौर पर फैसला राम मंदिर के पक्ष में ही आने वाला था क्यों की वैज्ञानिक नजरीऐ से देखा जाये तो पुरातत्व विद्दो को विवादित जगह पर खुदाई करने पर बहोत सारे पुराने अवशेष मिले जिसमे मंदिर के बड़े बड़े स्तम्भ पे मिली पुरानी मुर्तिया है।
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राम जन्म भूमि न्यास में रखा संभावित राम मंदिर का Model |
पुरातत्व विद्दो के मुताबिक हिन्दू विवादित जगह पर सालो से पूजा करते आ रहे है । जमीन में खुदाई करते वक्त जिस मंदिर के अवशेष मिले है वह 12 सदी में बनाया गया था वैसा पुरातत्व विद्दो को कार्बन डेटिंग की मदत से पता चला है । यह मंदिर के निर्माण के बाद हिन्दू सालो से यह मंदिर के अंदर राम की पूजा कर रहे थे । बाबर के भारत आने के बाद यह मंदिर गिरा कर उसके ऊपर मज़्जिद बना दी गई । दुःख की बात यह है की 1528 में बनाई गई यह मज़्जिद इस्लामिक नियमो के चलते एक मस्जिद है भी या नहीं यह कहना मुश्किल है । फिर भी हमारे देश में यह विवाद 400 सालो से चल रहा है । यह हमारे लोगों की बेवकूफी का प्रत्यक्ष प्रमाण है ।
- चाइना और अमेरिका से वाक्क विवाद करने में कुछ नहीं रखा है यह भारत की नयी पिढ्ढी को अच्छी तरह से मालूम है । भारत का बड़ा वर्ग जोकि 35 की उम्र से निचे है वह अच्छी तरह से जनता है की राम मंदिर बनने से हमारी निजी जिंदगी में कुछ फर्क नहीं आएगा । क्या राम मंदिर बनने से गरीबी हटेगी? राम मंदिर बनने से क्या भारत के लोग ज़्यादा स्मार्ट बन जायेंगे? राम मंदिर बनने से भारत के लोगो की इंटेलिजेंस बढ़ेगी? जैसे अमेरीका पूरी दुनिया पर अपनी मॅनेजमेन्ट स्किलस और विज्ञानं में महारत की वजह से पूरी दुनिया पर राज कर रहा है वह बढ़ेगी?
- सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर पर अपना ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है, और यह फैसला राम मंदिर के पक्ष में आया है यह भलेही एक खुसी की बात है उन लोगो के लिए जो राम मंदिर बनाने के लिए बहोत प्रयास कर रहे थे मूल तौर पे RSS और रामलल्ला पंथ अपना पूरा जोश लगा रहे थे राम मंदिर के लिए । यह सभी बातो और घटनाओ के चलते मेरे मन में यह प्रश्न उठ रहा है की यह विवादित जगह के मुद्दे पर भले ही सभी पार्टयों ने और छोटे छोटे पक्ष ने और मुस्लिम समुदाय ने बोहोत सारे प्रयास किये पर क्या वाकई में राम मंदिर हम और आप जैसे आम लोगो की जीवन सैली में बदलाव लाएगा ? यह बड़ी सोच का विषय है ।
FYI :
इतिहासकारो के मुताबिक राम इस भारत भूमि पर चले थे यह निश्चित बात है । राम ने वनवास के बाद अयोध्या में करीबन 30 साल तक राज किया । शास्त्र कहते है की राम एक नूट्रल राजा थे जो केवल प्रजा के बारेमे सोचते थे । उन्हों ने अपने बारे में कभी नहीं सोचा । दक्षिण में रामसेतु के पथरो की कार्बन डेटिंग से पता चला है की यह सेतु करीबन 7000 साल पुराना है और पूर्ण तौर से मानव निर्मित है जोकि सबसे बड़ा प्रमाण है राम के होने का । दूसरी और रामेश्वर सबरी स्थान और भरत मिलान स्थान सब प्रमाण देते है की राम ने 12 साल तक कठिन वनवास में आधे भारत में भ्रमण भी किया था ।
Photo Courtesy : Google
Nice
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