पाकिस्तान मसूद अज़हर को नहीं कर सकता गिरफ्तार। जानिए क्या है वजह
पाकिस्तान मसूद अज़हर को नहीं कर सकता गिरफ्तार
* 14 फरवरी 2019 को हुए URI जैसे दूसरे आतंकी हमले ने करीबन 44 CRPF(Central reserve police force) जवानो की जान ली। यह तारीख इतिहास में भारत की पाकिस्तान पर की गई Surgical Strike का बयान भी बखूबी देती है। यह तारीख को पाकिस्तानी आतंकी संगठन Jais-e-Mohammad ने बलदे के तौर पर मनाया है। इस हमले का Master Mind मसूद अज़हर पाकिस्तान में खुले आम घूम रहा है।
* हमले के आतंकी संगठन ने हमले की ज़िम्मेदारी बखूबी स्वीकार की है। फिर भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भारत से इस हमले के बारे में साबुत की मांग कर रहे है। लेकिन एक बात पुरे यकीन से कही जा सकती है की पाकिस्तान कभी भी मसूद अज़हर के खिलाफ कार्यवाही नहीं कर सकता। इसकी वजह 20 साल के इतिहास में छुपी हुई है।
* दरअसल बिस साल पेहले दिसंबर 1990 को पाकिस्तान के आतंकिओ ने फ्लाइट IC-814 को High jack किया था। उन पाकिस्तानी आतंकिओ ने फ्लाइट की रिहाई के बदले में 3 आतंकिओ की रिहाई मांगी थी। वह 3 आतंकी थे मौलाना मसूद अज़हर, अहमद उमर सईद शैख़ (जिस के ऊपर बॉलीवुड की फिल्म 'ओमर्ता' बनी है) और तीसरा था मुस्ताक अहमद ज़रगर। यह तीनो आतंकी रिहा होकर जब पाकिस्तान गए तब आप सोच भी नहीं सकते की किस भव्यता से उनका स्वागत किया गया । और तो और उस समय ISI के DG रहे महमूद अहमद खुद अपनी गाड़ी चला कर मसूद अज़हर को रिसीव करने गए थे। मसूद अज़हर ने 2002 में अपना खुद का आतंकी संगठन Jais a Mohammad बनाया तब उस समय भी महमूद अहमद का मसूद अज़हर को पूरा Support रहा।
* मसूद अज़हर के पाकिस्तान लोट ने के बाद पाकिस्तान उसे गिरफतार कर सकता था लेकिन पाकिस्तान की सरकार ने उस वक़्त अज़हर की गिरफ़्तारी पर साफ़ इनकार कर दिया। उसके बाद मसूद अज़हर ने पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी पुलिस की सुरक्षा के बिच रहकर कई सारे भाषणों में भारत के खिलाफ ज़हर उगला और कश्मीर घाटी में जेहाद शुरू करने की अपील भी लोगो से अपनी उग्र भाषा में की।
* यह सब देखकर लगता है की पाकिस्तानी सरकार का पूरा रुख आतंक को पनपने देना है। यह पाकिस्तान को खुद को भी मालूम है की यह दूध पीता हुआ साप एक दिन खुद को डस लेगा। अपनी जनता को प्राथमिक सुविधाए देने में भी निष्फल रहा पाकिस्तान आतंकिओ पर दिल खोल कर पैसे लुटा रहा है यह बात से दुनिया वाकिफ है।
* 14 फरवरी 2019 को हुए URI जैसे दूसरे आतंकी हमले ने करीबन 44 CRPF(Central reserve police force) जवानो की जान ली। यह तारीख इतिहास में भारत की पाकिस्तान पर की गई Surgical Strike का बयान भी बखूबी देती है। यह तारीख को पाकिस्तानी आतंकी संगठन Jais-e-Mohammad ने बलदे के तौर पर मनाया है। इस हमले का Master Mind मसूद अज़हर पाकिस्तान में खुले आम घूम रहा है।
* हमले के आतंकी संगठन ने हमले की ज़िम्मेदारी बखूबी स्वीकार की है। फिर भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भारत से इस हमले के बारे में साबुत की मांग कर रहे है। लेकिन एक बात पुरे यकीन से कही जा सकती है की पाकिस्तान कभी भी मसूद अज़हर के खिलाफ कार्यवाही नहीं कर सकता। इसकी वजह 20 साल के इतिहास में छुपी हुई है।
* दरअसल बिस साल पेहले दिसंबर 1990 को पाकिस्तान के आतंकिओ ने फ्लाइट IC-814 को High jack किया था। उन पाकिस्तानी आतंकिओ ने फ्लाइट की रिहाई के बदले में 3 आतंकिओ की रिहाई मांगी थी। वह 3 आतंकी थे मौलाना मसूद अज़हर, अहमद उमर सईद शैख़ (जिस के ऊपर बॉलीवुड की फिल्म 'ओमर्ता' बनी है) और तीसरा था मुस्ताक अहमद ज़रगर। यह तीनो आतंकी रिहा होकर जब पाकिस्तान गए तब आप सोच भी नहीं सकते की किस भव्यता से उनका स्वागत किया गया । और तो और उस समय ISI के DG रहे महमूद अहमद खुद अपनी गाड़ी चला कर मसूद अज़हर को रिसीव करने गए थे। मसूद अज़हर ने 2002 में अपना खुद का आतंकी संगठन Jais a Mohammad बनाया तब उस समय भी महमूद अहमद का मसूद अज़हर को पूरा Support रहा।
* मसूद अज़हर के पाकिस्तान लोट ने के बाद पाकिस्तान उसे गिरफतार कर सकता था लेकिन पाकिस्तान की सरकार ने उस वक़्त अज़हर की गिरफ़्तारी पर साफ़ इनकार कर दिया। उसके बाद मसूद अज़हर ने पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी पुलिस की सुरक्षा के बिच रहकर कई सारे भाषणों में भारत के खिलाफ ज़हर उगला और कश्मीर घाटी में जेहाद शुरू करने की अपील भी लोगो से अपनी उग्र भाषा में की।
* यह सब देखकर लगता है की पाकिस्तानी सरकार का पूरा रुख आतंक को पनपने देना है। यह पाकिस्तान को खुद को भी मालूम है की यह दूध पीता हुआ साप एक दिन खुद को डस लेगा। अपनी जनता को प्राथमिक सुविधाए देने में भी निष्फल रहा पाकिस्तान आतंकिओ पर दिल खोल कर पैसे लुटा रहा है यह बात से दुनिया वाकिफ है।
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